जलाने के लिए

सूखे पत्ते की तरह बिखरे थे ए दोस्त, किसी ने समेटा भी तो जलाने के लिए !

नजर अंदाज क्यू

प्यार है तो नजरअंदाज क्यू करते हो… नहीं है तो हम पर नजरें क्यू रखते हो..

ना मोहब्बतें संभाली

ना मोहब्बतें संभाली गई ना ही नफरतें पाली गई है बड़ा अफ़सोस उस जिंदगी का जो तेरे पीछे खाली गई…!!

चाँद ने की होगी

चाँद ने की होगी सूरज से महोब्बत इसलिए तो चाँद मैं दाग है मुमकिन है चाँद से हुई होगी बेवफ़ाई इसलिए तो सूरज मैं आग है……

तेरे बारे में पूछते है

लोग आज भी तेरे बारे में पूछते है कहाँ है वो, मैं बस दिल पर हाथ रख देता हूँ…

साथ जूड जाये

अच्छा स्वभाव maths के 0 जैसा हैं दोस्तो जिसके भी साथ जूड जाये उसकी किमत बढा देता हैं….

बेशक मुझे छोड़देना

बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना.. कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़देना

घोंसले की फिक्र

घोंसले की फिक्र नें कैदी बनाकर रख दिया.. पंख सलामत थे मेरे पर मैं उड़ न सका..

देखेंगे अब जिंदगी

देखेंगे अब जिंदगी चित होगी या पट……. हम किस्मत का सिक्का उछाल बैठे हैं….

यादों की हवा

सारा दिन गुजर जाता है, खुद को समेटने में, फिर रात को उसकी यादों की हवा चलती है, और हम फिर बिखर जाते है!

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