मयख़ाने से बढ़कर

मयख़ाने से बढ़कर कोई ज़मीन नहीं। यहाँ सिर्फ़ क़दम लड़खड़ाते हैं, ज़मीर नही।

बदलेंगे नहीं ज़ज्बात

बदलेंगे नहीं ज़ज्बात मेरे तारीखों की तरह, बेपनाह इश्क करने की ख्वाहिश उम्र भर रहेगी

मुहब्बत अगर चेहरा

मुहब्बत अगर चेहरा देख कर होती तो यकीन मानो तुम से कभी नही होती

दाग़ दुनिया ने

दाग़ दुनिया ने दिए, ज़ख़्म ज़माने से मिले हमको तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले|

हार गयी तकदिर

कुछ हार गयी तकदिर, कुछ टूट गये सपने, कुछ गैरो ने बरबाद किया, कुछ छोड़ गये अपने…!!

haqeeqat bnaane ki

Fakat ek khwaab ko haqeeqat bnaane ki zidd me. . . . . . . Neendon se dushmani ek umr nibhaai hai maine..

वो मुहब्बत कैसी

जो बेसब्र ना हो, तो फिर वो मुहब्बत कैसी…..

कोई इल्जाम हो जैसे

सबको फिक्र है अपने आप को सही साबित करने की..! ज़िन्दगी, जिन्दगी नहीं कोई इल्जाम हो जैसे..!!

सच्चे दिल से

सुनो‬.. इस दूनिया मेँ हर वो एक शख्स अकेला हैँ जिसने सच्चे दिल से मोहब्बत की हैँ…!!

डाली झूम उठी

सुब्ह सवेरे कौन सी सूरत फुलवारी में आई है डाली डाली झूम उठी है कली कली लहराई है ।

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