खतों से मीलों सफर करते थे जज़्बात कभी, अब घंटों बातें करके भी दिल नहीं मिलते…!
Category: Sad Shayri
ख्वाहिशें तो मेरी
ख्वाहिशें तो मेरी छोटी छोटी ही थी पुरी ना हुई तो बड़ी लगने लगी..
कुछ हार गयी तकदिर
कुछ हार गयी तकदिर, कुछ टूट गये सपने, कुछ गैरो ने बरबाद किया, कुछ छोड़ गये अपने…!!
गाँव में जो छोड़ आए
गाँव में जो छोड़ आए हजारों गज की हवेली, शहर के दो कमरे के घर को तरक्की समझने लगे हैं।
मोहब्बत सिर्फ देखने से
मोहब्बत सिर्फ देखने से नहीं,कभी कभी बातो से भी हो जाती है…
एहसासों की नमी
एहसासों की नमी होना जरुरी है हर रिश्ते में….. रेत सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है…..
परिंदों ने नहीं
परिंदों ने नहीं जाँचीं कभी नस्लें दरख्तों की दरख़्त उनकी नज़र में साल या शीशम नहीं होता
इन्तेजार तो अब
इन्तेजार तो अब किसी का भी नहीं है, फिर जाने क्यूँ पलटकर देखने की आदत नहीं गई…
हँसते रहो तो
हँसते रहो तो दुनिया साथ है, आँसुओ को तो आँखों में भी जगह नहीं मिलती ।
गुमान न कर
गुमान न कर अपनी खुश नसीबी का.. खुदा ने गर चाहा तो तुझे भी इश्क़ होगा..