तूने मेरी मोहब्बत की इंतेहा को समझा ही नहीं.. तेरे बदन से दुपट्टा भी सरकता था तो हम अपनी निगाह झुका लेते थे..
Category: Sad Shayri
अपनी दुनिया में
तुम सो जाओ अपनी दुनिया में आराम से, मेरा अभी इस रात से कुछ हिसाब बाकी है.!!
हर बार रिश्तों में
हर बार रिश्तों में और भी मिठास आई है, जब भी रूठने के बाद तू मेरे पास आई है !!
तुझसे मिलता हूँ
तुझसे मिलता हूँ तो सोच में पड़ जाता हूँ.. के वक्त के पाँव में जंजीर पह्नाऊ कैसे..
दिल की हेराफेरी
दिल की हेराफेरी संभलकर कीजिये हुजूर.. अंजाम ऐ मोहब्बत जुर्म बड़ा संगीन होता है
चाँद भी झांकता है
चाँद भी झांकता है अब खिड़कियों से,मेरी तन्हाइयों का चर्चा अब आसमानों में है !!
ना तोल मेरी मोहब्बत
ना तोल मेरी मोहब्बत अपनी दिल लगीं से, देख कर मेरी चाहत को तराजू टूट जाते हैं
बेनूर सी लगती है
बेनूर सी लगती है उससे बिछड़ के जिंदगी.. अब चिराग तो जलते है मगर उजाला नहीं करते..
हर मर्ज़ का इलाज़
हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में … मोहब्बत का नाम लिया, दवाख़ाने बन्द हो गये…
पहले ढंग से
पहले ढंग से तबाह तो हो ले मुफ़्त में उसे भूल जाएँ क्या …