इस सलीक़े से मुझे क़त्ल किया है उसने, अब भी दुनिया ये समझती है की ज़िंदा हूँ मैं….!!
Category: Quotes
अपने दिल से
अपने दिल से मिटा ड़ाली तेरे साथ की सारी तस्वीरें आने लगी जो ख़ुशबू तेरे ज़िस्मों-जां से किसी और की…!!
हम समंदर भर भी
हम समंदर भर भी रोये तो भी जिंदा थे… क़त्ल तो उस बूँद से हुए जो उनकी आँखों से बह गयी…
ताश के पत्तों में
ताश के पत्तों में दरबदर बदलते चले गए… इश्क़ में सिमटे तो ऐसे के बिखरते चले गए… यूँ तो दिल ने बसायी थी एक दुनिया उनके संग… रहने को जब भी निकले उजड़ते चले गए…
इस मुक़द्दर की
इस मुक़द्दर की सिर्फ़ मुझसे ही अदावत क्यूँ हैं… गर मुहब्बत है तो मुझे तुझसे ही मुहब्बत क्यूँ है…
Untitled
दौर वह आया है, कि कातिल की सज़ा कोई नहीं, हर सज़ा उसके लिए है, जिसकी खता कोई नहीं|
खुद को समझे वो
खुद को समझे वो लाख मुक्कमल शायद… मुझको लगता है अधूरी वो मेरे बिना|
एक वक़्त पर
सुबह शाम एक एक वक़्त पर दिख जाया करो मेरी जान,डॉक्टर ने कहा है दवा वक़्त पर लेते रहना|
इश्क़ की अदालत
इश्क़ की अदालत का ये फ़ैसला अनोखा हैं… सज़ा ए उम्र उसी को जिसने खाया धोखा है…
संबंध कभी भी
संबंध कभी भी सबसे जीतकर नहीं निभाए जा सकते… संबंधों की खुशहाली के लिए झुकना होता है, सहना होता है, दूसरों को जिताना होता है और स्वयं हारना होता है।सच्चे सम्बन्ध ही वास्तविक पूँजी है।