सहम उठते हैं कच्चे मकान पानी के खौफ़ से, महलों की आरज़ू ये है कि बरसात तेज हो|
Category: Quotes
मुझे मजबूर करती हैं
मुझे मजबूर करती हैं यादें तेरी वरना… शायरी करना अब मुझे अच्छा नहीं लगता।
चल चल के थक गया है
चल चल के थक गया है कि मंज़िल नहीं कोई, क्यूँ वक़्त एक मोड़ पे ठहरा हुआ सा है…
तेरा वजूद है
तेरा वजूद है कायम मेरे दिल में उस इक बूँद की तरह, . जो गिर कर सीप में इक दिन मोती बन गयी…..
दर्द से हाथ न मिलाते
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते! गम के आंसू न बहते तो और क्या करते! . उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ! हम खुद को न जलाते तो और क्या करते!
लोग कहते है
लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है, और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते|
हमारी मोहब्बत करने की
हमारी मोहब्बत करने की अदा कुछ और ही है , . हम याद करते है उसको जिसने हमें दिल से निकाल रखा है…!!
जिंदगी किसने बरबाद की हैं
उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की हैं . हमने उंगली उठाई और अपने ही दिल पे रख दी..!!
कैसे बदल दूं
कैसे बदल दूं मैं फितरत ये अपनी , मुझे तुम्हें सोचते रहने की आदत सी हो गई है..!!
डाल से टूट कर
डाल से टूट कर मिट्टी में मिल जाऊँगा… इश्क़ का फूल हूँ महकूँगा मर जाऊँगा|