तेरी नशे वाली आँखों का…

तेरी नशे वाली आँखों का… बड़ा नाम हैं…… आज नजरों से पिला दोहम तो वैसे भी बदनाम है…….

तेरे कुछ और करीब

तेरे कुछ और करीब आना है मुझको, समझले रकीबो को और जलाना है मुझको….

मुकद्दर का मिज़ाज

बेपता ख़त सा होता है मुकद्दर का मिज़ाज, कोशिशों के पते ना मिले तो लौट जाता है…

वक्त सिखा देता है

वक्त सिखा देता है इंसान को फ़लसफ़ा जिंदगी का फिर नसीब क्या-लकीर क्या-और तकदीर क्या

वक़्त की गिरह में

वक़्त की गिरह में बाँध के रख छोड़ा है मैंने, वो हर लम्हा जो तुम बिन गुज़रता ही नही था…

दुआएं इकट्ठी करने मे

दुआएं इकट्ठी करने मे लगा हूं, सुना है दौलत शौहरत साथ नही जाती…

साँस थम जाती है

साँस थम जाती है पर जान नहीं जाती; दर्द होता है पर आवाज़ नहीं आती; अजीब लोग हैं इस ज़माने में ऐ दोस्त; कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।

वो दिल ही क्या

वो दिल ही क्या तिरे मिलने की जो दुआ न करे मैं तुझ को भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा न करे |

पागलपन की हद से

पागलपन की हद से न गुजरे तो प्यार कैसा. .? होश मे तो रिश्ते निभाए जाते है

अमीरी जब तक

अमीरी जब तक अपने शौक़ पूरे कर सोती है । मुफ़लिसी जाग जाती है एक और दिन के लिए ।।

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