सादगी तो देखो उन नज़रो की …..!! .हमसे बचने की कोशिष में बार बार हमें ही देखती है !!!!
Category: वक़्त शायरी
कुछ फासले ऐसे भी
कुछ फासले ऐसे भी होते हैं जनाब. जो तय तो नही होते, मगर नज़दीकियां कमाल की रखते है..
फना होने की इजाजत
फना होने की इजाजत ली नहीं जाती ये मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती…
बेपरवाह हो जाते है
बेपरवाह हो जाते है अक्सर वो लोग, जिन्हे कोई बहुत प्यार करने लगता है…
इंतज़ार करते करते
इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहीं! सब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहीं! दूर नहीं पर फिर भी वो पास नहीं! है दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं!
दीदार के लिए
किसी और के दीदार के लिए उठती नहीं ये आँखे, बेईमान आँखों में थोड़ी सी शराफ़त आज भी है !!
बरबाद कर देती है
बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
इतने चेहरे थे
इतने चेहरे थे उसके चेहरे पर, आईना तंग आ के टूट गया…..
मैं शिकायत क्यों करूँ
मैं शिकायत क्यों करूँ, ये तो क़िस्मत की बात है..!! तेरी सोच में भी मैं नहीं, मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ तू याद हैं.
मेरी आवारगी में
मेरी आवारगी में कुछ क़सूर अब तुम्हारा भी है, जब तुम्हारी याद आती है तो घर अच्छा नहीं लगता।