प्यार अमृत है

किसी ने कहा प्यार अमृत है किसी ने कहा प्यार ज़हर है हम तो दोनो समझ कर पी गए अगर अमृत हुआ तो उमर भर प्यार मिलेगा अगर मर गए तो तड़प तड़प कर जीना नही पड़ेगा

मोहब्बत ही देखनी है

मेरी मोहब्बत ही देखनी है तो गले लगाकर देखो अगर धडकन ना रूक गयी तो मोहब्बत ठुकरा देना

वक्त नहीं है

वक्त नहीं है किसी के पास जब तक न हो कोई मतलब खास

मै लफ़्जो से

कैसी बाते करते हो मै लफ़्जो से भी ना खेलू , जमाना तो दिलो से खेलता है…!!

बारिश के बाद

बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना ? क्या होता है अकेलापन ।

ठोकरें खाने के बाद

तमाम ठोकरें खाने के बाद, ये अहसास हुआ मुझे.. कुछ नहीं कहती हाथों की लकीरें,खुद बनानी पङती हैं बिगङी तकदीरें

खूबसूरती से धोका

खूबसूरती से धोका, न खाइये जनाब, तलवार कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो मांगती तो खून ही है….!

mujhe gawara nahi

main us ko chaand kehta ye mumkin to he magar log usy raat bhar dekhe ye mujhe gawara nahi.!

Tum Yaad Aao

Saare Shikwe Janab Tere Hai, Dil Pe Saare Azaab Tere Hai, Tum Yaad Aao To Nind Nahi Aati, Nind Aaye To Saare Khwab Tere Hai…

Iss tarah kuch

Iss tarah kuch aajkal apna mukkadar ho gaya… Sar ko chaadar se dhaka toh paav bahaar ho gaya…!!!

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