mujhe gawara nahi

main us ko chaand kehta ye mumkin to he magar log usy raat bhar dekhe ye mujhe gawara nahi.!

आज मारने वाले

आज मारने वाले कहते है …. हम बचायेगे आपको… जो पानी के लिये … मूतने की बात करते थे….

मुझ पर अत्याचार

ये तो बड़ा मुझ पर अत्याचार हो गया, खामख्वाह मुझे तुझसे प्यार हो गया

आँखों में कहानी मेरी

ढूंढते हो क्या आँखों में कहानी मेरी…. खुद में गुम रहना तो आदत है पुरानी मेरी…..

कभी हम हीं थे

कभी हम हीं थे तेरे हमसफर ऐ दोस्त, मंजिल मिल गई तुम्हें तो पहचानते नहीं।

रातों को जागते हैं

रातों को जागते हैं इसी वास्ते कि ख़्वाब देखेगा बंद आँखें तो फ़िर लौट जाएगा

रोज के मिलने में

हर रोज के मिलने में तकल्लुफ़ कैसा, चाँद सौ बार भी निकले तो नया लगता है….!!!

बड़े खुश नसीब हैँ वो

ना शौक दीदार का… ना फिक्र जुदाई की, बड़े खुश नसीब हैँ वो लोग जो…मोहब्बत नहीँ करतेँ

तुझे झूठ बोलना

तुझे झूठ बोलना भी हम ने ही सिखाया है । तेरी हर बात को सच मान मान कर ।।

वो पूछ रहे हैं

सबब वो पूछ रहे हैं उदास होने का मिरा मिज़ाज नहीं बे-लिबास होने का मिरी ग़ज़ल से बना, ज़ेहन में कोई तस्वीर सबब न पूछ मिरे देवदास होने का

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