जरा ठहर ऐ दिल

जरा ठहर ऐ दिल, सुन…. लौट चलते हैं वापिस…. अकेले सफर में गुफ्तगू किससे होगी अब…!!

पलकों की हद को

पलकों की हद को तोड़कर दामन पे आ गिरा, एक अश्क मेरे सब्र की तौहीन कर गया !!!!

कितना अच्छा लगता है

कितना अच्छा लगता है, ये सुनना जब कोई व्यस्त होने पर भी ये बोले, आप से ज़्यादा ज़रूरी नहीँ है

यादों की किम्मत

यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं.

सादगी तो देखो

सादगी तो देखो उन नज़रो की …..!! .हमसे बचने की कोशिष में बार बार हमें ही देखती है !!!!

फना होने की इजाजत

फना होने की इजाजत ली नहीं जाती ये मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती…

बेपरवाह हो जाते है

बेपरवाह हो जाते है अक्सर वो लोग, जिन्हे कोई बहुत प्यार करने लगता है…

दीदार के लिए

किसी और के दीदार के लिए उठती नहीं ये आँखे, बेईमान आँखों में थोड़ी सी शराफ़त आज भी है !!

बरबाद कर देती है

बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!

इतने चेहरे थे

इतने चेहरे थे उसके चेहरे पर, आईना तंग आ के टूट गया…..

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