बहुत शौक था हमें सबको जोडकर रखने का होश तब आया जब खुद के वजूद के टुकडे देखे..
Category: लव शायरी
ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है
ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है मेरे खामोश सवालो पर… तब दिल की जुबाँ स्याही से पन्नें सजाती है..!!
हजारो जबावों से
हजारो जबावों से अच्छी है मेरी खामोशी ना जाने कितने सवालों की आबरू रखी ।
रिश्तों में गर्माहट
रिश्तों में गर्माहट बरकरार रखिए, मौसम तो अभी और सर्द होगा..!!
अब तो परिन्दे भी
अब तो परिन्दे भी इश्क करते है बिजली के तारो पर … पेड़ की ड़ालियाँ अब कहाँ बची है मेरे शहर मे
जब तक ये दिल
जब तक ये दिल तेरी ज़द में है तेरी यादें मेरी हद में हैं। तुम हो मेरे केवल मेरे ही हर एक लम्हा इस ही मद में है । है दिल को तेरी चाह आज भी ये ख्वाब ख्वाहिश-ऐ- बर में है । मुहब्बत इवादत है खुदा की और मुहोब्बत उसी रब में है।
तेरी मुस्कुराहट पे
तेरी मुस्कुराहट पे दिल जानिश़ार हैं तेरी मोहब्बत पे हम यू गिरफ्तार हैं!
नशा मुझ में है
नशा मुझ में है और मुझी में है हलचल अगर होता नशा शराब में तो नाच उठती बोतल|
कुछ भी बचा न कहने को
कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई.., आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई..!!
चराग़-ए-तूर
चराग़-ए-तूर जलाओ बड़ा अँधेरा है, ज़रा नक़ाब उठाओ बड़ा अँधेरा है…