मीठे बोल बोलिये क्यों की अल्फाजो में जान होती है इन्ही से आरती अरदास और अजान होती है दिल के समंदर के वो मोती है जिनसे इंसान की पहचान होती है मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओ के ड़ाल दे ऐ दोस्त क्या पता तेरे लब हिले और मेरी तकदीर संवर जाय मेरी प्रार्थना… Continue reading मीठे बोल बोलिये
Category: प्रेरणास्पद कविता
हल निकलेगा
कोशिश कर, हल निकलेगा आज नही तो, कल निकलेगा। अर्जुन के तीर सा सध, मरूस्थल से भी जल निकलेगा। मेहनत कर, पौधो को पानी दे, बंजर जमीन से भी फल निकलेगा। ताकत जुटा, हिम्मत को आग दे, फौलाद का भी बल निकलेगा। जिन्दा रख, दिल में उम्मीदों को, गरल के समन्दर से भी गंगाजल निकलेगा।… Continue reading हल निकलेगा
कठिन है राह
कठिन है राह-गुज़र थोड़ी देर साथ चलो… कठिन है राह-गुज़र थोड़ी देर साथ चलो; बहुत कड़ा है सफ़र थोड़ी देर साथ चलो; तमाम उम्र कहाँ कोई साथ देता है; ये जानता हूँ मगर थोड़ी दूर साथ चलो; नशे में चूर हूँ मैं भी तुम्हें भी होश नहीं; बड़ा मज़ा हो अगर थोड़ी दूर साथ चलो;… Continue reading कठिन है राह
वजह ना दो
मुझे वजह ना दो हिन्दू या मुसलमान होने की.. मुझे तो सिर्फ तालीम चाहिए .. एक ”इंसान” होने की..
आ जायेगी कयामत
रुख से नकाब गर, उठ जायेगा तेरा आ जायेगी कयामत और हश्र होगा।
बगावत करना नहीं
बड़े होने का मतलब सिर्फ बगावत करना नहीं है इसका मतलब कुछ अपनी कहना कुछ दूसरो की सुनना भी है
जो नहीं है
जो नहीं है पर दिखाई देता है ,वह संसार है, जो है पर दिखाई नहीं देता, वह परमात्मा है।
हताशा मे डूबी
हताशा मे डूबी माँ के आंसू जब औलाद पोंछती है..!! हर कर्ज अदा हो जाता है..ममता धन्य हो जाती है..!!
सियासत मुल्क में
सियासत मुल्क में शायद है इक कंगाल की बेटी हर इक बूढा उसे पाने को कैसे छटपटाता है
खुद पर भरोसा
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो, सहारे कितने भी सच्चे हो एक दिन साथ छोड़ ही जाते हैं..