कद नही बढता

उठा के एडियाँ चलने से कद नही बढता .. मेरे रकीब से कह दो की अपनी हद में रहे…

बात होने वाली हे

सास रुक रुक कर आ रही हे मेरी, कुछ बात होने वाली हे, या बहुत दूर जा चूका हे कोई, या मुलाकात होने वाली हे….

मर जाए तो

मर जाए तो बढ़ जाती है इंसान की कीमत .. जिंदा रहे तो जीने की सजा देती है दुनिया.

तुम्हें भी याद

तुम्हें भी याद नहीं और मैं भी भूल गया वो लम्हा कितना हसीं था मगर फ़िज़ूल गया

didar karte hain

Agr Labo se baat ho gaur mat karna Kyunki yehi lab kise Aur se didar karte hain

मैँ भी जिन्दा हूँ….

कितनी झुठी होती है, मोहब्बत की कस्मेँ….।” देखो तुम भी जिन्दा हो, मैँ भी जिन्दा हूँ….॥

इज़हार कर गयी…!!

एक मैं था जो थक गया, लफ्ज़ ढूंढ-ढूंढ कर,, एक वो थी जो खरीदे हुए गुलाब देकर इज़हार कर गयी…!!

नींद के शौक़ीन

हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन, तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता..

तुम्हें ग़ैरों से कब

तुम्हें ग़ैरों से कब फुर्सत हम अपने ग़म से कब ख़ाली चलो बस हो चुका मिलना न तुम ख़ाली न हम ख़ाली.

मैं डूबता हूँ

ना जाने किसकी दुआओं का फैज़ है मुझपर, मैं डूबता हूँ और दरिया उछाल देता है..

Exit mobile version