किसी रिश्ते का नाम

प्यार किसी रिश्ते का नाम नहीं है, ये वो रोशनी है जिसमे भगवान दिखाई देते है..

जब कभी भी ख़वाब में

जब कभी भी ख़वाब में सहरा नज़र आया मुझे। तिश्नगी में हमें मेरे मौला बस तेरा चेहरा नज़र आया मुझे।।

परिंदों को तो

परिंदों को तो खैर रोज कहीं से, गिरे हुए दाने जुटाने हैं पर वो क्यों परेशान हैं, जिनके भरे हुए तहखाने हैं|

अक्सर ज़माना छोङ देता है

मुसीबत में तो साथ अक्सर ज़माना छोङ देता है, जो अपना है वो पहले आना जाना छोङ देता है। हमारी दास्ताने जिन्दगी इक बार जो सुन ले, तो फिर वो जिन्दगी भर मुस्कराना छोङ देता है।

जीत लेते हैं

जीत लेते हैं सैकड़ो लोगों का दिल शायरी करके..! लोगों को क्या पता अंदर से कितने अकेले हैं हम !!

मोहब्बतों का ज़िक्र

मोहब्बतों का ज़िक्र करते हैं कमजर्फ़ ही अक्सर, जिनकी इबादतें हैं वो ख़ामोश रहा करते हैं…

सामने होते हुए भी

सामने होते हुए भी तुझसे दूर रहना.. बेबसी की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी…

हमें पता है …

हमें पता है …तुम… कहीं और के मुसाफिर हो .. हमारा शहर तो.. बस यूँ ही… रास्ते में आया था..!!

दोनों को लुत्फ़ आता रहा

बहस में दोनों को लुत्फ़ आता रहा,,, मुझ को दिल,मैं दिल को समझाता रहा…

मैं कौन था

मैं कौन था पहले कोई पहचानता न था.., तुम क्या मिले,ज़माने में मशहूर हो गया ।

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