कुछ सालों बाद ना जाने क्या होगा, ना जाने कौन दोस्त कहाँ होगा… फिर मिलना हुआ तो मिलेगे यादों में, जैसे सूखे हुए गुलाब मिले किताबों में.
Category: दोस्ती शायरी
अपने बारे में
खुद अपने वजूद का ख्याल खो बैठोगें, अपने बारे में जीयादा ना सोचना दोस्तों……..!
आज मैं अकेला हूँ
आज मैं अकेला हूँ, तो क्या हुआ दोस्तो.. एक दिन उसको भी मेरे बिना सब सुना सा लगेगा..
एक हसीन पल
एक हसीन पल की जरूरत है हमें, बीते हुए कल की जरूरत है हमें, सारा जहाँ रूठ गया हमसे.. जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की जरूरत है हमे
दर्द देने के लिए
अगर मेरी शायरियो से बुरा लगे,तो बता देना दोस्तो, मै दर्द बाटने के लिए लिखता हूँ , दर्द देने के लिए नहीं॥
जिंदगी में होते है
कुछ ऐसे हादसे भी जिंदगी में होते है…. ऐ दोस्त.. इंसान बच तो जाता है पर जिंदा नहीं रहता…..।।।।
वो आये या
वो आये या ना आये, उसकी मर्ज़ी है दोस्त, उन राहों को मगर आज़ सज़ा कर देखते हैं.
दोस्ती कीमती है
लेकिन दोस्ती कीमती है, केवल मुश्किल में नहीं , बल्कि जीवन के सुखद क्षणों में भी, और धन्यवाद है उस उदार व्यवस्था को कि जीवन का बड़ा हिस्सा सुखद होता है.
दोस्ती इन्सान की
दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है! दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है! आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ! वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!
कुछ अलग ही
कुछ अलग ही करना है तो वफा करो दोस्त, वरना मजबूरी का नाम ले कर बेवफाई तो सभी करते है !