कहीं ऐसा ना हो कि जिन्दगी की अच्छी चीजें, आपकी जिन्दगी की सबसे अच्छी चीज को ख़त्म कर दे..
Category: दोस्ती शायरी
देखा जो तीर
देखा जो तीर खा के, दुश्मनों की तरफ़.. अपने ही दोस्तों से मुलाकात हो गई..
Dosti Kam Na Ho
Zindgi Gujar Jaye Par…. Dosti Kam Na Ho, Yaad Hame Rakhana, Chahe Paas Ham Na Ho, Qayamat Tak Chalta Rahe Dosti Ka ye Safar, Dua Karo Kabi ye …… RISHTA Khatam Na ho…
उस ने एक
उस ने एक ही बार कहा “दोस्त हू ” फिर मैने कभी नही कहा “व्यस्त हू ” !!!
अकड़ती जा रही हैं
अकड़ती जा रही हैं हर रोज गर्दन की नसें, आज तक नहीं आया हुनर सर झुकाने का .
कभी तो सोच
कभी तो सोच कि वो श़ख्स कितना था बुलंद,जो बिछ गया तेरे कदमों मे आसमान की तरह…
यदि सफलता एक
यदि सफलता एक सुन्दर पुष्प है तो विनम्रता उसकी सुगन्ध। जिंदगी में जो चाहो हासिल कर लो, बस इतना ख्याल रखना कि, आपकी मंजिल का रास्ता, लोगो के दिलों को तोड़ता हुआ न गुजरे “अच्छी सोच” “अच्छा विचार” “अच्छी भावना” मन को हल्का करता है!
कोई ज़हर कहता है
कोई ज़हर कहता है कोई शहद कहता है…. दोस्त, कोई समझ नही पाया ज़ायका मोहब्बत का ।
झूठी शान के परिंदे
झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फडडाते हैं, बाज की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती है !!
किस्मतवालों को ही
किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह दोस्तों के दिल मे…. यूँ ही हर शख्स तो जन्नत का हक़दार नहीं होता….