मोहब्बत ना हुई..

किस्मत ही मिली थी ऐसी .. कि चैन से जीने कि सूरत ना हुई, जिसे चाहा उसे पा न सके .. जो मिला उससे मोहब्बत ना हुई…!!

ऐसा भी नहीँ है

ऐसा भी नहीँ है कि, .. मैँ जिँदगी नही जिया हुँ . . . . मैने भी उङाई है पॉलिथीन, … तेज़ आँधी मेँ धागा बाँधकर . . .

मौजूदगी बयाँ करता है।

तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया; क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता; कुत्ते भौंकते हैं अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए; मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बयाँ करता है।

याद से भरा

बालकनी में आराम कुर्सी पर पड़ा हुआ है एक बोरा तुम्हारी याद से भरा।

जल जाते है

जल जाते है मेरे अंदाज से मेरे दुश्मन…. क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न प्यार बदला और न दोस्त…

अंदाज़ ऐ मोहब्बत

अंदाज़ ऐ मोहब्बत है बड़ा नटखट सा उन का… बांहों में गिर कर कहते हैं सम्भालो हम को….

आपको कोई अच्छा

आपको कोई अच्छा इंजीनियर मिले तो बताना, मुझे इंसान से इंसान को जोड़ने वाला पुल बनाना है।

लाखों की तकदीर

ख़ुदा तूने तो लाखों की तकदीर संवारी है… मुझे दिलासा तो दे, के अब मेरी बारी है…!!!!

मैं अपनी चाहतों

मैं अपनी चाहतों का हिसाब करने जो बेठ जाऊ तुम तो सिर्फ मेरा याद करना भी ना लोटा सकोगे …

जब भी दर्द दिया

उसे पता था कि उसकी हसी मुझे पसन्द है.. इस्लिये उसने जब भी दर्द दिया मुस्कुराकर दिया..!!

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