मैंने करवट बदल के भी देखा है… उस तरफ भी तेरी जरुरत है….
Category: गज़ल
फितरत किसी की
फितरत किसी की यूँ ना आजमाया करिए साहब… के हर शख्स अपनी हद में लाजवाब होता है…
तुझसे मोहब्बत के लिए
तुझसे मोहब्बत के लिए तेरी मौजूदगी की जरूरत नही,. ज़र्रे-ज़र्रे में तेरी रूह का अहसास होता है|
इस तरह अंदाज़ा लगा
इस तरह अंदाज़ा लगा …. उसकी कड़वाहटों का, आख़री ख़त तेरा दीमक से भी खाया न गया…!!!
मै रंग हुँ
मै रंग हुँ तेरे चेहरे का…. जितना तू खुश रहेगा उतना ही मै निखरती जाऊँगी.!!
ना वो मिलती
ना वो मिलती है ना में रुकता हु.. पता नहीं रास्ता गलत है या मंजिल
हक मिलता नही
हक मिलता नही लिया जाता है , आज़ादी मिलती नही छिनी जाती है , नमन उन देश प्रेमियों को जो देश की आज़ादी की जंग के लिये जाने जाते है .
मोहब्बत मै जबरदस्ती
मोहब्बत मै जबरदस्ती अच्छी नहीं होती जब आपका दिल चाहे तब मेरे हो जाना
तेरी वफ़ा के तकाजे
तेरी वफ़ा के तकाजे बदल गये वरना, मुझे तो आज भी तुझसे अजीज कोई नहीं…!
मैंने अपने दिल से
मैंने अपने दिल से तेरा रिश्ता पुछा, कम्बखत कहता है, जितना मैं उसका हूँ, उतना तेरा भी नहीं..