जॊ आँखॊं में

जॊ आँखॊं में देखकर ना समझ पाया प्यार, अब तुम ही बताओ उसे कैसे करु इजहार …॥

इतना भी प्यार

इतना भी प्यार किस काम का..भूलना भी चाहो तो नफरत की हद तक जाना पढ़े..!!

हम तो मरेंगे

हम तो मरेंगे भी उस अंदाज से, जिस अंदाज में लोग जीने को तरसते हे……

हर रिश्ते का नाम

हर रिश्ते का नाम जरूरी नहीं होता, मेरे दोस्त……. कुछ बेनाम रिश्ते, रुकी जिंदगी को साँस देते है…

करवटें बदलता रहा

करवटें बदलता रहा बिस्तर में यू ही रात भर, पलकों से लिखता रहा तेरा नाम चाँद पर ॥

सुकून मिलता है

सुकून मिलता है दो लफ्ज कागज पर उतार कर। चीख भी लेता हूँ और आवाज भी नही आती।

जिसे अपना चाँद

मैं जिसे अपना चाँद समझता था… उसने मोहल्ले के आधे से ज्यादा लड़के अंतरिक्ष यात्री बना रखे थे।

मेरी खुददारी तोले

मेरा मोल लगाने बैठे है कुछ लोग तिजोरी खोले़ दुनिया मे इतना धन कहा जो मेरी खुददारी तोले!!!!!!!!

मुसीबतों से उभरती है

मुसीबतों से उभरती है शख्सियत यारो… जो चट्टानों से न उलझे वो झरना किस काम का…

रिश्तों में विश्वास

अपनी कमजोरियां उन्ही लोगों को बताइये, जो हर हाल में आपके साथ मजबूती से खड़े होना जानते है” ” क्यूँकि रिश्तों में विश्वास , और मोबाईल में नेटवर्क ना हो, . . तो लोग Game खेलना शुरू कर देते हैं !!

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