बढ़े चलो!

  ‘अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ़- प्रतिज्ञ सोच लो, प्रशस्त पुण्य पंथ है, बढ़े चलो, बढ़े चलो!’ असंख्य कीर्ति-रश्मियाँ विकीर्ण दिव्य दाह-सी सपूत मातृभूमि के- रुको न शूर साहसी! अराति सैन्य सिंधु में, सुवाड़वाग्नि से जलो, प्रवीर हो जयी बनो – बढ़े चलो, बढ़े चलो!

कहाँ मिलता है

कहाँ मिलता है कोई समझने वाला जो भी मिलता है समझा के चला जाता है|

raazi hona chahiye

Zehar asardar bhi ho to kuch nahi ho sakta “Iqbal”, Khuda bhi raazi hona chahiye maut dene ke liye….

ये दिल अजीब है

ये दिल अजीब है अक्सर कमाल करता है नहीं जवाब जिनका वो सवाल करता है ।

अच्छा है आँखों पर

अच्छा है आँखों पर पलकों का कफन है,,,, वरना तो इन आँखो में बहुत कुछ दफन है….!

हज़ार तरीक़े सोचता रहा

तुझे भुलाने के हज़ार तरीक़े सोचता रहा रात भर, और इस तरह तेरी याद में एक रात और गुज़र गयी.

इश्क़ की नगरी

वफ़ा करनी भी सीखो इश्क़ की नगरी में ए दोस्त… फ़क़त यूँ दिल लगाने से दिलों में घर नही बनते…

लाओ पोंछ दूँ तुम्हारे माथे का

लाओ पोंछ दूँ तुम्हारे माथे का पसीना, ऐ अज़ीज़ हसरतों……..! तुम भी थक गयी होगी, मेरी जिंदगी का गला घोटते घोटते……….!!

सारी कड़वी बातें

काफी अरसा बीत गया, जाने अब वो कैसी होगी.. वक्त की सारी कड़वी बातें चुप चाप ही सहती होगी… अब भी भीगी बारिश में वो बिन छतरी के चलती होगी… मुझसे बिछड़े अरसा गुजरा, अब वो किससे लङती होगी… अच्छा था जो साथ ही रेहती, बाद में इतना तो सोची होगी… अपने दिल की सारी… Continue reading सारी कड़वी बातें

मुस्कुराकर कहता हूँ

जब कोई हमसे पूछता है , कैसी है अब ज़िंदगी… मैं मुस्कुराकर कहता हूँ मुझसे मिलने के बाद बहुत ख़ुश रहती है वो

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