वफ़ा करनी भी सीखो इश्क़ की नगरी में ए दोस्त…
फ़क़त यूँ दिल लगाने से दिलों में घर नही बनते…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
वफ़ा करनी भी सीखो इश्क़ की नगरी में ए दोस्त…
फ़क़त यूँ दिल लगाने से दिलों में घर नही बनते…