मेरा आईऩा भी

मेरा आईऩा भी अब मेरी तरह पागल है, आईना देखने जाऊं तो नज़र आप आते है

TERE HUSN KI TAPISH

TERE HUSN KI TAPISH KAHI JALA NA DE MUJHE TU KAR MOHABBAT MUJHE ZRA AAHISTA AAHISTA

हमें ये लगने लगता है

जब हमें ये लगने लगता है की वो हमें कभी नहीं मिल सकते… तब ना जाने क्यों उनसे मोहब्बत और बढ़ने लगती है…

अपने लिए आदर कमाओ

अपने लिए आदर कमाओ, आकर्षण नहीं … इसकी अवधि अधिक लंबी है॥

हवाओ को आजमा ले

कह दो इन हवाओ को आजमा ले किसी दिन शौक से हमें…. ये चिराग हम तेल से नहीं ..तेरे आने की उम्मीदों से जलाया करते हैं… !!

आइना और दिल

आइना और दिल वैसे तो दोनो ही बडे नाज़ुक होते है , लेकिन आइने मे तो सभी दिखते है और दिल मे सिर्फ अपने दिखते है

ये मेहरबानी है

आँखों में दोस्तो जो पानी है हुस्न वालों की ये मेहरबानी है | आप क्यों सर झुकाए बैठे हैं क्या आपकी भी यही कहानी है |

यूँ ज़िद्दी हैं

यूँ ज़िद्दी हैं तेरी यादें,जैसे बच्चे अमीरों के |

अकेले रोना भी

अकेले रोना भी क्या खूब कारीगरी है ऐ दोस्त सवाल भी खुद का रहता है और जवाब भी खुद का

वो जो तुमने

वो जो तुमने एक दवा बतलाई थी ग़म के लिए, ग़म तो ज्यो का त्यो रहा बस हम शराबी हो गये…..

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