शिकायतें बचा कर

शिकायतें बचा कर रखिये,मोहब्बत अभी बाकी है।

सिर्फ इतना उसे बता देना…

सिर्फ इतना उसे बता देना……! मुझे आता नहीं भुला देना…

कमबख्त बिकता भी नहीं.

किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया हैं ये दिल, कोई रहता भी नहीं और कमबख्त बिकता भी नहीं.

तुम थक तो नहीं जाओगे

तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तजार में तब तक .? मैं मांग के आऊं खुदा से तुमको जब तक ..

इंसान बनने की फुर्सत

इंसान बनने की फुर्सत ही नहीं मिलती, आदमी मसरूफ है इतना, ख़ुदा बनने में…

सुकुन और एक तुम

एक तो सुकुन और एक तुम, कहाँ रहते हो आजकल ?? मिलते ही नही

आँख भर आयीं तुम्हारी ..

आँख भर आयीं तुम्हारी .. क्यों मुझे देख कर …. भला पत्थर भी रोते हैं कभी शीशे के ज़ख़्मों पर

अब तो पत्थर भी

अब तो पत्थर भी बचने लगे है मुझसे, कहते है अब तो ठोकर खाना छोड़ दे !!

चोरी न करें

चोरी न करें,झूठ न बोलें तो क्या करें चूल्हे पे क्या उसूल पकाएंगे शाम को…

मेरी झोली में

मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओं के डाल दे ऐ दोस्त, क्या पता तेरे लब हिलें,और मेरी तक़दीर संवर जाये…!!!

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