मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओं के डाल दे ऐ दोस्त,
क्या पता तेरे लब हिलें,और मेरी तक़दीर संवर जाये…!!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओं के डाल दे ऐ दोस्त,
क्या पता तेरे लब हिलें,और मेरी तक़दीर संवर जाये…!!!