हारने वाले के आगे

हारने वाले के आगे हाथ जोड़कर दिल जीतता हुँ महोब्बत के अखाड़े का सुल्तान मैं भी हूँ ।

इज़ाज़त हो तो

इज़ाज़त हो तो लिफाफे में रख कर, कुछ वक़्त भेज दूं…… सुना है कुछ लोगों को फुर्सत नहीं है, अपनों को याद करने की!

मेरे शहर मे

मेरे शहर मे खुदाओं की कमी नही दिक्कत तो मुझे आज भी इन्सान ढूंढने मे आती है..!!

अपनी बाँहों में

अपनी बाँहों में ले के सोता हूँ, मैंने तकिये का नाम ‘तुम’ रखा है..

तू है…यादें हैं…

तू है…यादें हैं…और ग़म भी हैं….. इन सब में…..थोड़े से…हम भी हैं…

लाख कसमें ले लो

लाख कसमें ले लो किसीसे, छोड़ने वाले छोड़ ही जाते है !!

आइये बारिशों का

आइये बारिशों का मौसम है, इन दिनों चाहतों का मौसम है…..

फिर पलट रही है

फिर पलट रही है बारिशों की सुहानी शामें ,फिर तेरी याद में भीगने के ज़माने आये हैं ..

यह आँसूं तुम्हारे दिए हैं

यह आँसूं तुम्हारे दिए हैं, इनसे नादानी नहीं होगी यह ताउम्र आँख मैं ही रहेंगे, उससे बाहर न आयेंगें

दिल तो कोई भी

दिल तो कोई भी बहला देता है,हुज़ूर को दिल दुखाने वाले पसंद हैं!

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