हले तुम , अब यादे तुम्हारी… आखिर दुश्मनी क्या है मुझसे तुम्हारी ..!
Tag: Pyar Shayari
भिगों कर रख दिया
भिगों कर रख दिया तुम्हारी यादों ने इतना, कि बारिश में भीगने का अब मन नहीं करता…
मोहब्बत को खोकर भी
अपनी मोहब्बत को खोकर भी जो संभल जाते है, बहोत मजबूत हो जाते है वो लोग जिन्दगी में !!
सन्नाटा छा गया
सन्नाटा छा गया बटवारे के किस्से में, जब माँ ने पूछा मै हूँ किसके हिस्से मे|
हारने वाले के आगे
हारने वाले के आगे हाथ जोड़कर दिल जीतता हुँ महोब्बत के अखाड़े का सुल्तान मैं भी हूँ …
बूंदों का सवाब
बूंदों का सवाब समझ सकता है.. वही..जो वाकिफ़ हो भीग जाने के हुनर से !
ख़्वाबों की पुट्टी
ख़्वाबों की पुट्टी से ख्वाहिशों की दीवार संवारता हूँ रोज़ ही ज़रुरतें सीलन बनकर उधेड़ देतीं हैं उन्हें|
अगर ज़िंदगी मे
अगर ज़िंदगी मे कुछ पाना हो तो,अपने तरीके बदलो इरादे नही।
ज्यादा कुछ नहीं
ज्यादा कुछ नहीं बदला ज़िंदगी में ,,, बस बटुए थोड़े भारी और रिश्ते थोड़े हलके हो गए हैं।
हमें जमीर बेचना
हमें जमीर बेचना,आया ही नहीँ वरना, दौलत कमाना इतना भी मुश्किल नहीं ।