ज्यादा कुछ नहीं बदला ज़िंदगी में ,,,
बस बटुए थोड़े भारी
और रिश्ते थोड़े हलके हो गए हैं।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ज्यादा कुछ नहीं बदला ज़िंदगी में ,,,
बस बटुए थोड़े भारी
और रिश्ते थोड़े हलके हो गए हैं।