मेरी बेकरारी देखी है

मेरी बेकरारी देखी है ,अब सब्र भी देख,, मैं इतना खामोश हो जाऊँगा तू चिल्ला उठेगी..!

मेरे दिल और दिमाग

मेरे दिल और दिमाग लड़ते है आपस में दो मुल्को की तरह तेरे लिये… इसमें तुम्हारा भी दोष नही,तुम हो ही कश्मीर सी सुन्दर..!!

एक लम्हा जी लूँ

आरजू थी कि एक लम्हा जी लूँ, तेरे कन्धे पै सर रख के, मगर ख्वाब तो ख्वाब हैं पूरे कब होते हैं..

कहीं बाजार में

कहीं बाजार में मिल जाये तो लेते आना वो चीज़ जिसे दिल का सुकून कहते हैं…।।

समझनी है जिंदगी

समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी को तो आगे देखो|

कौन समझ पाया हे

कौन समझ पाया हे आज तक हमे….???? हम अपने हादशो के इकलौते गवाह है.!!

तेरे वजूद से है

तेरे वजूद से है मेरे गुलिस्तां में रौनकें सारी…!! तेरे बगैर इस दुनिया को हम वीरान लिखते हैं…!!

जनाजा उठा है

जनाजा उठा है आज कसमों का मेरी, एक कंधा तो तेरे वादों का भी होना चाहिए !!

हद से गुजर गए

हम तो हद से गुजर गए तुझे चाहने में,तुम्ही उलझे रहे हमें आजमाने में….!

पैसे गिनने में

पैसे गिनने में उस्ताद हैं ये उंगलियाँ… किसी के आंसू पोंछने में ही क्यूँ बेकार है….??

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