जाते जाते उसने पलटकर सिर्फ इतना कहा मुझसे, मेरी बेवफायी से ही मर जाओगे या मार के जाऊ!!
Tag: Pyar Shayari
सियासत नहीं करता
जो दिल को अच्छा लगता है उसी को दोस्त कहता हूँ, मुनाफ़ा देखकर रिश्तों की सियासत नहीं करता ।।।
ज़ख्म छुपाने के लिए
ज़ख्म छुपाने के लिए बहाना चाहिए., दर्द सुनाने के लिए ज़माना चाहिए.. हर शख्स करीब आकर चला जाता है., वो ही नही आते जिनको आना चाहिए..
मेरी खासियत को
मेरी खासियत को जान कर चाहा तो क्या चाहा तुमने… तुम मेरे हो अगर तो,मुझे बुरा मान कर भी चाहो….
तेवर बता रहे है
उसके तेवर बता रहे है मुझे… ख़्वाब सारे बिखरने वाले है….
कुछ इस तरीक़े से
कुछ इस तरीक़े से लिपटी थी फूल से तितली पता चला न किसे कौन प्यार करता है।
वो ज़िंदगी ही क्या
वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही, वो यादें क्या जिसमे तुम नही, और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही!!!
कुछ उलझे सवालो से
कुछ उलझे सवालो से डरता है दिल जाने क्यों तन्हाई में बिखरता है दिल किसी को पाने कि अब कोई चाहत न रही बस कुछ अपनों को खोने से डरता है ये दिल|
इश्क़ सभी को
इश्क़ सभी को जीना सीखा देता है, वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है. इश्क़ नही किया तो करके देखो, ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है|
ज़िंदगी में बार बार
ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता, बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता, है जो पास उसे संभाल के रखना, खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता|