घड़ी घड़ी वो हिसाब करने बैठ जाते है… . . जबकि उनको पता है, जो भी हुआ, बेहिसाब हुआ है..
Tag: Pyar Shayari
दोनों को लुत्फ़ आता रहा
बहस में दोनों को लुत्फ़ आता रहा,,, मुझ को दिल,मैं दिल को समझाता रहा…
इश्क़ बुझ चुका है ।
इश्क़ बुझ चुका है । क्यूंकि हम ज़ल चुके हैं ।।
मंज़िलें मुझे छोङ गई हैं
मंज़िलें मुझे छोङ गई हैं । रास्तों ने संभाल लिया है ।। जा ज़िदगी तेरी जरूरत नही । मुझे हादसो ने पाल लिया है ।।
शाम ढलने से पहले
शाम ढलने से पहले चराग हमने बुझा दिए. . . . तुझसे ही सिखा है यूँ दिलो में अँधेरा करना..
बिन धागे की सुई
बिन धागे की सुई सी है ये ज़िंदगी….. सिलती कुछ नहीं, बस चुभती जा रही है.
सिलवटों से भरी है
सिलवटों से भरी है तमाम रूह उसकी एक शिकन भी नहीं है लिबास में जिसके..
मत जियो उसके लिए
मत जियो उसके लिए जो दुनिया के लिए खूबसूरत हो | जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये
जिनके पास इरादे होते है
जिनके पास इरादे होते है ना।। उनके पास बहाने नही होते।।
आरज़ू थी तुम्हारी
आरज़ू थी तुम्हारी तलब बनने की !! मलाल ये कि तुम्हारी लत लग गयी !!