करीब आओगे तो

करीब आओगे तो शायद मुझे समझ लोगे, ये फासले तो गलत फहमिया बढाते है।।

रिश्ते संजोने में

रिश्ते संजोने में एक इंसान झुकता चला गया, और लोगो ने इसे उसकी औकात समझ लिया।।

सच्चे इश्क में

सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा, एहसास की एहमियत होती है।।

तुम नाराज हो जाओ

तुम नाराज हो जाओ रूठो या खफा हो जाओ, पर बात इतनी भी ना बिगाड़ो की जुदा हो जाओ।।

ख्वाब सिर्फ देखना नहीं

ख्वाब सिर्फ देखना नहीं सच भी करना है, तुम पर सिर्फ मरना ही नहीं तुम्हे अपना करना है।।

बहुत हिम्मत रखनी पड़ती है

बहुत हिम्मत रखनी पड़ती है, टूटे हुए दिल के साथ मुस्कुराने में।।

भूल ही गये होंगे

भूल ही गये होंगे वो मुझे, वरना इतने दिन तक कोई नाराज़ तो नहीँ रहता।।

कभी कभी मेरी आँखे

कभी कभी मेरी आँखे यूँ ही रो पडती है, मै इनको कैसे समझाऊँ की कोई शख्स चाहने से अपना नहीं होता।।

मुझको छोड़ने की

मुझको छोड़ने की वजह तो बता देते, मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हजारों थे।।

कहाँ ढूँढ़ते हो

कहाँ ढूँढ़ते हो तुम इश्क़ को ऐ -बेखबर, ये खुद ही ढून्ढ लेता है जिसे बर्बाद करना हो।।

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