झूठ बोलते है

झूठ बोलते है वो लोग जो कहते हैं, हम सब मिटटी से बने हैं…!! मैं एक शख्स से वाकिफ हूँ, जो पत्थर का बना हैं….!!

कोई ज़हर कहता है

कोई ज़हर कहता है कोई शहद कहता है…. दोस्त, कोई समझ नही पाया ज़ायका मोहब्बत का ।

गुज़र जायेगी ये

गुज़र जायेगी ये ज़िन्दगी उसके बगैर भी.. … वो हसरत-ऐ-ज़िन्दगी है, शर्त-ऐ-ज़िन्दगी तो नहीं ।

तू याद रख या

तू याद रख या ना रख, तू ही याद हे, ये याद रख….

दिखावे की मोहब्बत

दिखावे की मोहब्बत से बेहतर है दिल से नफरत किजिये हमसे… हम सच्चे जज्बातो की बडी कदर करते हैं

रात के गुल्लक

रात के गुल्लक में… तुम्हारे…. ख्वाबो के सिक्के…. जमा करता हूं …!!

होगी कितनी चाहत

होगी कितनी चाहत उस दिल मे…जो खुद ही मान जाये, कुछ पल खफा होने के बाद…!!!

फोड़ देती है

फोड़ देती है अपना गुल्लक भी भाई की खुशियों के लिये भगवान के अलावा बहनें भी मनोकामना पूर्ण करती है

जरा सम्भल के

जरा सम्भल के रहना उन इंसानो से दोस्तों… जिन के दिल मे भी दिमाग होता है…!!

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