फिजाये जब झूमती है , ऐसा लगता है तुमने मुझ पर इनायत कर दी है । प्रीत में तुम्हारे सजते है ,तो ऐसा लगता है …. तुमसे मुहब्बत कर ली है । तेरा नशा इस कदर रच बस सा गया है … मेरी रूह में , ऐ हमदम ! नाम तुम्हारा लेते है तो ,ऐसा… Continue reading मुहब्बत कर ली है
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दिल की क्या औकात
जब हम तुझ पे कुरबान हैं तो दिल की क्या औकात
दुख जमा कर सकते है।
“माँ” एक ऐसी ‘बैंक’ है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है। और “पापा” एक ऐसा ‘क्रेडिट कार्ड’ है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते है॥
काश तुम भी
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह. ना वक़्त देखो, ना बहाना, बस चले आओ…
तेरे आने से पहले
दो ही गुज़रे हैं वक़्त कठीन एक तेरे आने से पहले एक तीरे जाने के बाद
जिन्दगी जख्मो से
जिन्दगी जख्मो से भरी है, वक्त को मरहम बनाना सीख लो, हारना तो है एक दिन मौत से, फिलहाल दोस्तों के साथ जिन्दगी जीना सीख लो..!!
बन के तुम मेरे
बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो, … अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।
सोने नही देती
लोग अक्सर शोर से उठ जाते है मुझे तो उसकी ख़ामोशी सोने नही देती…………
लिखा करती थी
दोनों की पहली चाहत थी ,दोनों टूट के मिला करते थे, वो वादे लिखा करती थी ,में कसमे लिखा करता था ।।
सुकून मिलता है
सुकून मिलता है दो लफ्ज कागज पर उतार कर… . चीख भी लेता हू….और आवाज भी नही होती।