कुछ मीठी सी ठंडक

कुछ मीठी सी ठंडक है आज इन हवाओं में, शायद दोस्तो की यादों का कमरा खुला रह गया है…!

महक होती तो

महक होती तो तितलियाँ जरूर आती, कोई रोता तो सिसकियाँ जरूर आती, कहने को तो लोग मुझे बुहत याद करते है, मगर याद करते तो हिचकियाँ जरूर आती..!!

कहते है के

कहते है के पैसा बोलता है हमने पैसे को बोलते तो नहीं देखा पर कई यो को चुप करवाते जरूर देखा है|कहते है के पैसा बोलता है हमने पैसे को बोलते तो नहीं देखा पर कई यो को चुप करवाते जरूर देखा है|

मैं लिखता हुं

मैं लिखता हुं सिर्फ दिल बहलाने के लिए…. वर्ना जिसपर प्यार का असर नही हुआ उस पर अल्फाजो का क्या असर होगा..

न जाने क्या

न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर, तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है …!!!..

चित्रकार तुझे उस्ताद

चित्रकार तुझे उस्ताद मानूँगा,…. दर्द भी खींच मेरी तस्वीर के साथ…

तूने ही किया था

तूने ही किया था मुझे मोहब्बत की कश्ती में सवार अब आँखें न फेर, मुझे डूबता भी देख …

और कितने इम्तेहान

और कितने इम्तेहान लेगा वक़्त तू ज़िन्दगी मेरी है फिर मर्ज़ी तेरी क्यों|

मतलब की बात

मतलब की बात सब समझते हैं लेकिन बात का मतलब कोई नहीं समझता ।

बुरे भी नहीं थे हम

जब मिलोगे किसी और से तो मान जाओगे, अगर अच्छे नहीं थे तो बुरे भी नहीं थे हम|

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