जो निगाह आज

जो निगाह आज मुझे देख कर झुक गई,, यकिनन उसने मुझे कभी चाहा जरुर होगा|

मैं वक्त बन जाऊं

मैं वक्त बन जाऊं, तु बन जाना कोई लमहा। मैं तुझमे गुजर जाऊं , तु मुझमे गुजर जाना।।

दो अक्षर की

दो अक्षर की मौत और तीन अक्षर के जीवन में, ढाई अक्षर का दोस्त हमेंशा बाज़ी मार जाता हैं…..

कितनी ज़ालिम है

ये बारिश भी कितनी ज़ालिम हे जो यूँ ही आकर चली जाती है… .. याद दिलाती है मेरे मेहबूब की.. और भिगोकर मुझे चली जाती है……

मिट जाते है वो

मिट जाते है वो औरों को मिटाने वाले..! लाश कहा रोती है, रोते है जलाने वाले..!!!

समझा दो अपनी

समझा दो अपनी यादो को, वो बिन बुलाए पास आया करती है, आप तो दूर रहकर सताते हो मगर, वो पास आकर रुलाया करती है…

ना तुम अपने

ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो। एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है। इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो तुम्हे चाहते है दिल से। क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर अमीर जरूर बना देते है।

जीवन का आनंद

जीवन का आनंद लेने के लिये कल का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं… जो यह क्षण है, वही जीवन है, दिल से जियो और जीने दो…..

उस दिल कॊ

उस दिल कॊ कभी नज़रअंदाज मत करॊ जॊ तुम्हारी परवाह करता है, क्यॊकीं तुम दुनियाँ के लिए एक हो, और किसी एक के लिए, सारी दुनियाँ…

कुछ लॊग मुझे

कुछ लॊग मुझे अपना कहा करते थे… सच कहूँ… तॊ बस कहा करते थे…

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