छलकता है कुछ

छलकता है कुछ इन आँखों से रोज़.. कुछ प्यार के कतऱे होते है ..कुछ दर्द़ के लम्हें|

बता किस कोने में

बता किस कोने में, सुखाऊँ तेरी यादें, बरसात बाहर भी है, और भीतर भी है..

रफ्ता रफ्ता उन्हें

रफ्ता रफ्ता उन्हें भूले हैं मुद्दतों में हम.. किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हमसे पूछिये..

ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को

ऐ जिन्दगी तेरे जज्बे को सलाम… मंजिल पता है के मौत है फिर भी दौड रही है….।।

एक हँसती हुई परेशानी

एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है।

हूँ जन्म से

हूँ जन्म से ही जिस्म में अपने किरायेदार… मेरा सफ़र है इस मकान से उस मकान तक…

हर वक़्त रहता है

सबकी जिंदगी मेँ , एक ऐसा शख्स जरूर होता है, जो किस्मत में नहीं, लेकिन दिल और दिमाग मे हर वक़्त रहता है …

माँग रही थी

माँग रही थी कामवाली बाई थोड़े ज्यादा पैसे बहू ने थोड़ा प्यार दिखाकर अपनी सास को गाँव से बुला लिया…

हर रंग लगा के

हर रंग लगा के देखा चेहरे पर रंग उदासी का उतरा ही नही..!!

मेरे मुकद्दर में

मेरे मुकद्दर में तो सिर्फ यादें है तेरी…. . . जिसके नसीब में तू है…उसे ज़िन्दगी मुबारक…!!!

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