किसी मोहब्बत वाले वकील से ताल्लुक हो तो बताना दोस्तों ……? मुझे अपना महबूब अपने नाम करवाना हैं॥
Tag: दर्द शायरी
हताशा मे डूबी
हताशा मे डूबी माँ के आंसू जब औलाद पोंछती है..!! हर कर्ज अदा हो जाता है..ममता धन्य हो जाती है..!!
हँसकर दर्द छुपाने
हँसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर थी मेरी पर कोई हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता
अपने हाथों से
किसी और की नीव पर बना मकान जाने कब गिर जाये, उसकी मजबूती का भरोसा तो तब होता है , जब बुनियाद में हर ईंट अपने हाथों से रखी हो..
मगरूर हो जाते
मगरूर हो जाते है,अक्सर, ज़माने में वही लोग…! जिन्हें मिलता है ज़्यादा उनकी “औकात” से…!!
रोता रहा रात भर
में रोता रहा रात भर पर ये फैसला ना कर सका …तू याद आ रही थी या में याद कर रहा था !!!
कर लेता हूँ बर्दाश्त
कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ.. की खुदा नूर भी बरसाता है … आज़माइशों के बाद…
हम तो मरेंगे
हम तो मरेंगे भी उस अंदाज से, जिस अंदाज में लोग जीने को तरसते हे……
हर रिश्ते का नाम
हर रिश्ते का नाम जरूरी नहीं होता, मेरे दोस्त……. कुछ बेनाम रिश्ते, रुकी जिंदगी को साँस देते है…
उजालो के बावजूद
बड़ी ‘अजीब’ सी है शहरो की रोशनी… उजालो के बावजूद चेहरे ‘पहचानना’ मुश्किल है !!