अजीब खेल है

अजीब खेल है इस मोहब्बत का, किसी को हम न मिले और न कोई हमे मिला।

मोत से तो दुनिया मरती हैं

मोत से तो दुनिया मरती हैं आशीक तो बस प्यार से ही मर जाता हैं|

कुछ लोग आए थे

कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये|

निकली थी बिना नकाब

निकली थी बिना नकाब आज वो घर से मौसम का दिल मचला लोगोँ ने भूकम्प कह दिया|

फ़रेब होता तो

इश्क …था इसलिए सिर्फ तुझ से किया. .. फ़रेब होता तो सबसे किया होता

हम तो पागल हैं

हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है…

उम्र भर के

उम्र भर के आंसू ज़िन्दगी भर का ग़म, मोहब्बत के बाज़ार में बहुत महंगे बिके हम !!

मुस्कुराना सीखना पड़ता है …

मुस्कुराना सीखना पड़ता है …!रोना तो पैदा होते ही विरासत में मिल गया था….

रिश्तों की एहमियत

रिश्तों की एहमियत को समझो, इन्हें जताया नहीं निभाया जाता है !!

निकाल दिया उसने

निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के..!!

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