सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम, कभी वो बी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते !!
Tag: व्यंग्य
सिर्फ दो ही वक़्त पर
सिर्फ दो ही वक़्त पर उसका साथ चाहिए, एक तो अभी और एक हमेशा के लिये..
बदला बदला सा है
बदला बदला सा है मिजाज क्या बात हो गई..?? शिकायत हमसे है या किसी और से मुलाकात हो गई..??
क़रार दिल को
क़रार दिल को सदा जिस के नाम से आया वो आया भी तो किसी और काम से आया|
खोया है कुछ ज़रूर
खोया है कुछ ज़रूर जो उस की तलाश में,.. हर चीज़ को इधर से उधर कर रहे हैं हम..
प्यास तो मर कर भी
प्यास तो मर कर भी नहीं बुझती ज़माने की,मुर्दे भी जाते जाते गंगाजल का घूँट मांगते है…!!
अकेले कैसे रहा जाता है
अकेले कैसे रहा जाता है,कुछ लोग यही सिखाने हमारी ज़िन्दगी में आते हैं……
तुम दिल में
तुम दिल में रहो इतना ही बहुत है, मुलाकात की हमें इतनी जरूरत भी नहीं है !!
लफ्जों में जाहिर करूं
लफ्जों में जाहिर करूं तो मेरी ख़्वाहिश की तौहीन होगी, तू मेरी रूह में उतर के समझ ले मेरी हसरतों को
मै फिर से
मै फिर से गिरूंगा ये ग़लतफ़हमी दूर कर लो वो दिल की गलती थी की हम लडखडा से गए थे..