उम्र भर के आंसू ज़िन्दगी भर का ग़म, मोहब्बत के बाज़ार में बहुत महंगे बिके हम !!
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मुस्कुराना सीखना पड़ता है …
मुस्कुराना सीखना पड़ता है …!रोना तो पैदा होते ही विरासत में मिल गया था….
रिश्तों की एहमियत
रिश्तों की एहमियत को समझो, इन्हें जताया नहीं निभाया जाता है !!
निकाल दिया उसने
निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह, ना लिखने के काबिल छोड़ा, ना जलने के..!!
न हथियार से
न हथियार से मिलते हैं न अधिकार से मिलते हैं….!! दिलों पर कब्जे बस अपने व्यवहार से मिलते है….!!
वो मंजर भी
वो मंजर भी मोहब्बत का बडा दिलकश गुजरा, किसी ने हाल पुछा और आँखें भर आई !!
धड़कनों की यही
धड़कनों की यही तो खास बात है , भरे बाज़ार में भी किसी एक को ही सुनाई देती है…
मेरे दिल से
मेरे दिल से निकलने का रास्ता भी न ढूंढ सके, और कहते थे तुम्हारी रग-रग से वाकिफ़ है हम..
आज तो हम
आज तो हम खूब रुलायेंगे उन्हें, सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है!
रिश्ता निभाना मुश्किल नहीं
रिश्ता निभाना मुश्किल नहीं, बस थोड़ी सी वफ़ा चाहिए |