अब यादें है

कुछ ख्वाब देखे,फिर ख्वाहिश बनी,अब यादें है…

बिगङी तकदीरें..

तमाम ठोकरें खाने के बाद, ये अहसास हुआ मुझे.. कुछ नहीं कहती हाथों की लकीरें,खुद बनानी पङती हैं बिगङी तकदीरें..

न खाइये जनाब

खूबसूरती से धोका, न खाइये जनाब, तलवार कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो मांगती तो खून ही है….!!

खुदगर्ज़ बन जा

सुकून से जीने का तरीका, ये भी है लोगों की परवाह छोड़ खुदगर्ज़ बन जा..

बेटी हुई है

दुनिया के पांच बेहतरीन शब्द मुबारक हो बेटी हुई है

आपको पहचानना पड़ेगा.

“प्रशंसक” आपको बेशक पहचानते होंगे मगर “शुभचिन्तकों” को आपको पहचानना पड़ेगा.

तसल्लियां तो देते हैं

अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी। लोग तसल्लियां तो देते हैं, पर साथ नहीं।।

अपनी तो यारो

अपनी तो यारो बस इतनी सी कहानी है; कुछ तो खुद से ही बर्बाद थे; कुछ इश्क की मेहरबानी है।

रोज़ वो ख़्वाबों में

रोज़ वो ख़्वाबों में आते हैं गले मिलने को, मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है किस्मत मेरी…

सस्ता न समझ

सस्ता न समझ ये इश्क़ का सौदा पगली.. तेरी हँसी के बदले पूरी जिंदगी दे रहा हूँ..!”

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