Woh ashq bhari ankhein, yeh dard bhare naale.. Allah na dikhlaye jo waqt-e-sehar dekha..!
Category: Shayri-E-Ishq
Iss ishq ke
Iss ishq ke hathon se hargiz na-mafar dekha.. Utni hi badhi hasrat jitna hi udhar dekha..!
shaan e husn
Har lehza shaan-e-husn badalti rahi.. Har aan hum jahan-e-digar dekhty rahey..!
raazi hona chahiye
Zehar asardar bhi ho to kuch nahi ho sakta “Iqbal”, Khuda bhi raazi hona chahiye maut dene ke liye….
सारी कड़वी बातें
काफी अरसा बीत गया, जाने अब वो कैसी होगी.. वक्त की सारी कड़वी बातें चुप चाप ही सहती होगी… अब भी भीगी बारिश में वो बिन छतरी के चलती होगी… मुझसे बिछड़े अरसा गुजरा, अब वो किससे लङती होगी… अच्छा था जो साथ ही रेहती, बाद में इतना तो सोची होगी… अपने दिल की सारी… Continue reading सारी कड़वी बातें
रिहा करने के लिए
क्यूँ मौत से इतने ख़ौफ़ज़दा हैं हम लोग हमदर्द है वो आती है रिहा करने के लिए
अरसा बीत गया
काफी अरसा बीत गया, जाने अब वो कैसी होगी.. वक्त की सारी कड़वी बातें चुप चाप ही सहती होगी… अब भी भीगी बारिश में वो बिन छतरी के चलती होगी… मुझसे बिछड़े अरसा गुजरा, अब वो किससे लङती होगी… अच्छा था जो साथ ही रेहती, बाद में इतना तो सोची होगी… अपने दिल की सारी… Continue reading अरसा बीत गया
समझ नही सकते
जो हमें समझ नही सकते!!!! उन्हें हक़ है…. हमें बुरा समझें!!!
उसके आने से
उसके आने से जो आ जाती है मुंह पर रौनक, वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है।
सो जायेगी कल
सो जायेगी कल लिपटकर, तिरंगे के साथ अलमारी में….. देशभक्ति है साहब, तारीखों पर जागती है….