जिसके बगैर एक

जिसके बगैर एक पल भी गुज़ारा नही होता सितम देखिये वही शख्स हमारा नही होता

ना जाने क्यों

ना जाने क्यों रेत की तरह निकल जाते है हाथों से ‘वो लोग ‘ ,जिन्हें जिन्दगी समझ कर हम कभी खोना नही चाहते…..!!!!!

खुद से भी मिल न सको

खुद से भी मिल न सको, इतने पास मत होना इश्क़ तो करना, मगर देवदास मत होना…!

न जाने किस हुनर को

न जाने किस हुनर को शायरी कहते होगेँ लोग… हम तो वो लिख़ रहे हैँ जो कह ना सके उससे…

इश्क के समुन्दर मे

इश्क के समुन्दर मे वही उतरे, जिसे किश्तों में मरने की सज़ा मंजूर हो…!!

तुझे महसूस करने को

तड़प रही है सांसे तुझे महसूस करने को…फिजा में खुशबू बनकर बिखर जाओ तो कुछ बात बने |

ज़िन्दगी भी खूबसूरत चीज़ है

ज़िन्दगी भी खूबसूरत चीज़ है बस किसी से इश्क़ होना चाहिए …..!!

मुहब्बत कहानियों में

मुहब्बत कहानियों में थी तुम सच में ढूंढने निकल पड़े हो. ..

बहुत गहरे ख्यालों में

बहुत गहरे ख्यालों में, मोहब्बत के हवालों में….! तेरा नाम आ जाना मुझे अच्छा सा लगता है….

पर्दा गिरते ही

पर्दा गिरते ही तमाशा ख़तम हो जाता है,,, फिर बहुत रोते हैं औरों को हँसाने वाले…

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