भाग्य के दरवाजे

भाग्य के दरवाजे पर सर पीटने से बेहतर है, कर्मों का तूफान पैदा करें, दरवाजे अपने आप खुल जायेंगे।

रह जाती है

रह जाती है कई बातें अक्सर अनकही,शब्दों से जब कट्टी हो जाती है…

पूरी दुनिया घूम लें

पूरी दुनिया घूम लें लेकिन उन गलियों से प्यारी कोई जगह नही होती जहाँ आपका बचपन गुज़रा है।

ईलाज न ढूँढ

ईलाज न ढूँढ इश्क का वो होगा हीं नहीं ,ईलाज मर्ज का होता है ईबादत का नहीं !

बहुत कमियाँ निकालते हैं

बहुत कमियाँ निकालते हैं हमदूसरों में अक्सर….!! आओ एक मुलाक़ात ज़रा आईने से भी कर ले…

कभी कभी लंगड़े घोड़े पे

कभी कभी लंगड़े घोड़े पे दाव लगाना ज्यादा सही होता है क्योंकी दर्द जब जूनून बन जाए तब मंजिल बहुत नज़दीक लगने लगती है..!

उम्मीद न कर

उम्मीद न कर इस दुनिया मेँ, किसी से हमदर्दी की..! बड़े प्यार से जख्म देते हैँ, शिद्दत से चाहने वाले!!

कुछ तो वजह होगी

कुछ तो वजह होगी जो दिल प्यासा हीं रह गया… यूं तो अश्क बहते रहें लबों को छु छु कर..

आइना फिर आज

आइना फिर आज रिश्वत लेते पकड़ा गया… दिल में दर्द था, फिर भी चेहरा हँसता हुआ दिखाई दिया….!

बारिश में रख दो

बारिश में रख दो इस जिंदगी के पन्नों को, कि धुल जाए स्याही, ज़िन्दगी तुझे फिर से लिखने का मन करता है कभी- कभी।।

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