कभी-कभी बहुत सताता है

कभी-कभी बहुत सताता है यह सवाल मुझे.. हम मिले ही क्यूं थे जब हमें मिलना ही नहीं था…

यही हुस्नो-इश्क का राज है

यही हुस्नो-इश्क का राज है कोई राज इसके सिवा नहीं जो खुदा नहीं तो खुदी नही, जो खुदी नहीं तो खुदा नहीं

बुलंदी तक पहुंचना

बुलंदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भी… पर गलत राहो से होकर जाऊ.. इतनी जल्दी भी नही..!!

बिकती है ना खुशी

बिकती है ना खुशी कही,ना कही गम बिकता है… लोग गलतफहमी में है की,शायद कही मरहम बिकता है..

आज पास हूँ

आज पास हूँ तो क़दर नहीं है तुमको, यक़ीन करो टूट जाओगे तुम मेरे चले जाने से !!

हमने तो उनसे

हमने तो उनसे बेशुमार मोहब्बत की थी…. पर उनके कुछ गुनाह ऎसे थे की आज उस मोहब्बत से बड़ी नफरत हो चुकी है..

यादों की किम्मत

यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं.

कुछ फासले ऐसे भी

कुछ फासले ऐसे भी होते हैं जनाब. जो तय तो नही होते, मगर नज़दीकियां कमाल की रखते है..

इश्क़ को नसीहत

इश्क़ को नसीहत और बेटो को वसीयत की जरुरत तभी पड़ती है, जब वो खुद बड़े कमजोर हो.

बहुत आसाँ हैं

बहुत आसाँ हैं आदमी का क़त्ल मेरे मुल्क में, सियासी रंजिश का नाम लेकर घर जला डालो…..

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