मौसम जो ये थोड़ा

मौसम जो ये थोड़ा खुश्क हो जायेगा…… न उलझिए हमसे जनाब ,इश्क़ हो जायेगा!!!

वैसे जिंदगी के

वैसे जिंदगी के हाथ तो नहीं होते लेकिन, कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती है जो पूरी उम्र याद रहता है !!

तू छोड़ रहा है

तू छोड़ रहा है तो इसमें तेरी ख़ता क्या हर शख़्स मेरा साथ निभा भी नहीं सकता !!

अपनी हालात का

अपनी हालात का ख़ुद अहसास नहीं है मुझको मैंने दोस्तो से सुना है कि परेशान हूं मैं|

नर्म लफ़्ज़ों से

नर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती है चोटें अक्सर, रिश्ते निभाना बड़ा नाज़ुक सा हुनर होता है…

समझ ज्यादा हो

रिश्ते ऐसे बनाओ की जिसमें, शब्द कम और समझ ज्यादा हो|

तुम रस्म बना रहे थे

तुम रस्म बना रहे थे वो रस्म निभा रहा था यह वक्त बता रहा था वो वक्त बिता रहा था।

हिचकियो के भरम ने

हिचकियो के भरम ने रखा है जिँदा हम आज भी किसी को याद आते है.. याद किया करो हमें,वरना याद किया करोगे !!

मैं ठहर गया

मैं ठहर गया वो गुज़र गया वो क्या गुज़रा,सब ठहर गया..

बेरुखी कभी किसी को

बेरुखी कभी किसी को जीत नही सकती, मौहब्बत सच्ची हो तो छोड़ जाने वाले भी लौट आते है !!

Exit mobile version