अपने किरदार को मौसम से बचाकर रखना लौट के फुलो में वापिस नही आती खुशबू|
Category: Love Shayri
ना हम रोने में
ना हम रोने में रहे ना हम हंसने में रहे कितना हसीन है मेरा वजूद जिसमे कोई अपना ना रहा |
सस्ता सा कोई
सस्ता सा कोई इलाज़ बता दो इस मोह्ब्बत का ..! एक गरीब इश्क़ कर बैठा है इस महंगाई के दौर मैं….
तेरी चाहत में
तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाज़ार हो गये, हमने ही दिल खोया…और हम ही गुनाहगार हो गये।
क्या पूछता है
क्या पूछता है हम से तू ऐ शोख़ सितमगर, जो तू ने किए हम पे सितम कह नहीं सकते…
वो जो अँधेरो में
वो जो अँधेरो में भी नज़र आए ऐसा साया बनो किसी का तुम!
हाथ बेशक छूट गया
हाथ बेशक छूट गया, लेकिन वजूद उसकी उंगलियो में ही रह गया..
मैं वो बात हूँ
मैं वो बात हूँ, जो बनी नहीं.. मैं वो रात हूँ,जो कटी नहीं !!
ज़िन्दगी के हिसाब किताब
ज़िन्दगी के हिसाब किताब भी बड़े अजीब थे जब तक हम अज़नबी थे, ज्यादा करीब थे….
बचा न कहने को
कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई|