किसी ने कहा था

किसी ने कहा था महोब्बत फूल जैसी है, कदम रुक गये आज जब फूलो को बाजार में बिकते देखा ।

देखना साथ ही

देखना साथ ही ना छूटे बुजुर्गों का कही पत्ते पेड़ो पे लगे हो तो हरे रहते है ।

हमारी बर्बादी की

हमारी बर्बादी की वजह तो सुनिए मजे की है हम अपनी जिंदगी से यूँ खेलते रहे, जैसे दूसरे की है ।

इश्क क्या है

इश्क क्या है खूबसूरत सी कोई अफवाह बस , वो भी मेरे और तुम्हारे दरमिया उड़ती हुई … !!

सितारे तोड़ लाना है

सितारे तोड़ लाना है बचकानी कोशिश भटकते जुगनुओं को साथ ले चलो यारो…

हो तू दुनिया में

हो तू दुनिया में मगर, दुनिया का तलबगार न हो। सिर्फ बाजार से गुजरे, पर इस से सरोकार न हो।

क्या हुआ अगर

क्या हुआ अगर हम किसी के दिल में नहीं धड़कते… आँखों में तो बहुतो के खटकते हैं!!!

कोई तालिम नहीं

कोई तालिम नहीं सीखी हमने, इस दुनियां से..। हम आज भी सच बोलते हैं, मासूम बच्चों की तरह..।।

क्या खूब मेरे कत्ल का

क्या खूब मेरे कत्ल का तरीका तुने इजाद किया । मर जाऊँ हिचकियों से, इस कदर तूने याद किया ।

Exit mobile version