आसमां में उड़ने की चाह

आसमां में उड़ने की चाह रखने वाले.. कभी जमी पर गिरने की परवाह नहीं करते !!

अब बहाने नहीं

मुस्कुराने के अब बहाने नहीं ढूढने पड़ते तुम्हें याद करते हैं तमन्ना पुरी हो जाती है|

गुजरूँगा तेरी गली से

गुजरूँगा तेरी गली से अब गधे लेकर क्यों कि तेरे नखरों के बोझ मुझसे अब उठाए नहीं जाते….

आईना साफ किया

आईना साफ किया तो “मैं” नजर आया। “मैं” को साफ किया तो “तू” नजर आया।।

हमे क्या मालुम था

हमे क्या मालुम था ईस तरह रास्ते मै छोड के जायेगी पगली, पता होता तो साथ मे साईकल तो ले आते..

मैंने चाहा है

मैंने चाहा है तुझे आम से इंसाँ की तरह तू मेरा ख़्वाब नहीं है जो बिखर जाएगा|

जमाने में कभी भी

जमाने में कभी भी किस्मतें बदला नही करती!! उम्मीदों से भरोसों से दिलासों से सहारों से

एक हँसती हुई

एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है।

शब्द तो शोर है

शब्द तो शोर है तमाशा है भाव के बिंदु का बिपाशा है मरहम की बात होठो से ना करो मोन ही तो प्रेम की परिभाषा |

तुझ पे उठ्ठी हैं

तुझ पे उठ्ठी हैं वो खोई हुयी साहिर आँखें.. तुझ को मालूम है क्यों उम्र गवाँ दी हमने…

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